योगी ही उपयोगी ‘आप’ का सम्मान

योगी ही उपयोगी ‘आप’ का सम्मान

 पांच राज्यों के चुनाव परिणाम ने भाजपा की होली से पहले दिवाली मना दी। मार्च का दूसरा गुरुवार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भाजपा की फिर एक बार सत्ता में वापसी का जनादेश लेकर आया। पंजाब में दिख रही आप की आंधी, ईवीएम से प्रचंड जीत के तूफान के रूप में सामने आई। यहां कांग्रेस को कुनबे की कलह ले डूबी। उप्र में ‘सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ नारे के साथ भाजपा के लिए फ्री राशन योजना, अयोध्या-काशी का दिव्य-भव्य स्वरूप और अपराधों पर लगाम की उम्मीद ने बूस्टर डोज का काम किया। जातिवाद की राजनीति पीछे छूट गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता और हिंदुत्व यूपी और तीन राज्यों में जीत का बड़ा आधार बना। उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर में एक बार फिर जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया। .

पांच राज्यों के चुनाव में पंजाब को छोड़कर शेष चार राज्यों में भाजपा ने वापसी कर ली। उप्र में भाजपा अपना पिछली बार वाला प्रदर्शन दोहरा नहीं सकी। भाजपा और साथी दलों को 273 सीटों पर जीत हासिल हुई जो पिछले चुनावों तुलना में 49 कम है। भाजपा ने उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी भाजपा सत्ता में आई।

उत्तराखंड : पहली बार ऐसा हुआ है कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी ने फिर से सत्ता में वापसी की हो। यहां पार्टी को बड़ा झटका लगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए। पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूरी की बेटी ने काटद्वार से दर्ज की जीत हासिल की

सपा : अब मजबूत विपक्ष समाजवादी पार्टी साथी पार्टियों के साथ पिछली बार से 73 ज्यादा सीटें जीतकर मजबूत विपक्ष के रूप में उभरी है। समाजवादी पार्टीके अध्यक्ष अखिलेश यादव की मेहनत की तारीफ विपक्षी दलों और चुनाव विश्लेषकों ने की। पर उनके सहयोगी दलों से जो अपेक्षा थी वह करिश्मा नहीं हो सका। यादव के अलवा अन्य जातियां दूर रहीं।

कांग्रेस : नहीं चला ‘लड़की’ का नारा यूपी के चुनाव परिणामों से एक बार फिर कांग्रेस को निराश होना पड़ा। कांग्रेस ने इस बार सभी 403 सीटों पर प्रत्याशी उतारे। यह चुनाव प्रियंका गाधी के नेतृत्व में लड़ा गया। प्रियंका ने लड़की हूं,लड़ सकती हूं के नारे के साथ 40% महिलाओं को टिकट दिए। लेकिन कांग्रेस का प्रदर्शन पिछले विधानसभा चुनाव से भी खराब रहा। पार्टी सिर्फ 2 सीटों पर ही जीत सकी।

बसपा : एक विधायक की पार्टी इस बार के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी सिर्फ एक विधायक की पार्टी बनकररह गई। पार्टी ने जिस तरह से चुनाव लड़ा उससे कमजोर प्रदर्शन का अनुमान था लेकिन परिणाम अप्रत्याशित रहे। लोगों ने जाति की राजनीति को नकार दिया।

गोवा : भाजपा के दोनों डिप्टी सीएम हारे

पणजी। गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 20 सीटों पर जीत हासिल की, लेकिन पार्टी के दो दिग्गज नेता और गोवा के दो डिप्टी सीएम कांग्रेस प्रतिद्वंद्वियों से चुनाव हार गए हैं। उपमुख्यमंत्री मनोहर अजगांवकर मडगांव विधानसभा क्षेत्र से हार गए हैं। वहीं, दूसरे उपमुख्यमंत्री चंद्रकांत कावलेकर क्यूपेम में कांग्रेस उम्मीदवार अल्टोन डी कोस्टा से हार गए हैं।

मणिपुर : 50 वोटों के अंतर से जीत

राज्य की 60 सीटों में से भाजपा ने 32 सीटें जीतीं। कांग्रेस को सिर्फ 4 सीटों पर सिमट कर रह गई। जनता दल यूनाइटेड ने 6 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया। नेशनल पीपुल्स पार्टी के खाते में 8 सीट गई। बवगई विधानसभा सीट पर भाजपा के डॉ. उषम देबेन सिंह ने कांग्रेस के मो. फजूर रहीम को सिर्फ 50 वोट से हराया।111

योगी ने तोड़े ये मिथक यूपी

विधानसभा चुनाव के नतीजों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई मिथक तोड़ दिए।

???? वो विधानसभा चुनाव लड़कर सरकार बनाने में सफल रहे।

???? मिथक था कि जो सीएम नोएडा जाता है वह दोबारा कुर्सी पर काबिज नहीं होता, लेकिन योगी ने फिर सत्ता पाई।

???? यहां एक और टोटका हैजो नेता एक्सप्रेस-वे की सियासत करता है। उसकी सरकार फिर नहीं बनती, लेकिन इस चुनाव में ऐसा नहीं हुआ।

यूपी में भाजपा की वापसी के प्रमुख कारण

???? गुंडागर्दी विरोधी अभियान से सुरक्षा की बात स्थापित हुई।

???? चुनावी तैयारी काफी पहले ही शुरू कर दी थी। ओमिक्रॉन फैलने के पहले ही मोदी कई सभाएं कर चुके थे।

???? हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण कराने में सफल रही। जाति पर वोट नहीं।

???? मुस्लिम महिलाओं और युवाओं के वोट भी भाजपा की झोली में।

???? बहुजन समाज पार्टी के वोटबैंक में बड़ी सेंध।

हम सबका सौभाग्य है  कि दुनिया के सबसे यशस्वी नेता नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व और मार्गदर्शन हमारे पास है। उनके मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश देश का नंबर एक प्रदेश बनेगा। इस विश्वास के साथ हम सब एक बार फिर से 25 करोड़ जनता की सेवा के लिए अपनी-अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। -योगी आदित्यनाथ

इंकलाब पूरे देश में पहुंचेगा : केजरीवाल

पंजाब में आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की राजनीति में नया रिकॉर्ड बनाया है। राज्य में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के बारी-बारी आने का सिलसिला आप के उभरने के साथ ही टूट गया। जीत के बाद आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि-पंजाब में आया यह इंकलाब अब पूरे देश में पहुंचेगा। जनादेश से जनता ने साफ कर दिया है कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं, बल्कि देश का सच्चा सपूत और देशभक्त है।

हमारी सरकार का पहला फैसला होगा पंजाब के किसी भी सरकारी द़μतर में मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं लगेगी। सभी द़μतरों में शहीदए- आजम भगत सिंह जी और बाबा साहेब अंबेडकर जी की तस्वीर लगेगी। हम पंजाब में सबसे पहले बेरोजगारों के लिए काम देने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। पंजाब अब बड़े भवनों से नहीं, गांव, वार्ड और शहरों से चलेगा। जिस तरह से सबने मिलकर चुनाव जिताया है, वैसे ही मिलकर पंजाब चलाना है। - सरदार भगवंत मान