ठंडे बस्ते में हाऊबाग स्टेशन के 10 एकड़ में 120 करोड़ का कोचिंग कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट

ठंडे बस्ते में हाऊबाग स्टेशन के 10 एकड़ में 120 करोड़ का कोचिंग कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट

जबलपुर। हाऊबाग स्टेशन के आस-पास की खाली जमीन को दक्षिण मध्य रेल जोन बिलासपुर से पश्चिम मध्य रेल ने ले लिया और यहां वह अपनी कुछ परियोजनाओं को कार्यरूप में परिणित करने जा रह था। इनमें सबसे महत्वपूर्ण परियोजना कोचिंग कॉम्प्लेक्स की थी। 120 करोड़ रुपए से यहां के 10 एकड़ क्षेत्र में कोचिंग कॉम्प्लेक्स बनाने के लिए 2021 केन्द्र सरकार ने रेल बजट में 15 करोड़ रुपए की राशि भी दी है, मगर यह मामला आगे नहीं बढ़ा है और वर्तमान स्थिति में यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में है। पमरे ने निर्णय लिया था कि कोचिंग कॉम्प्लेक्स के अलावा यहां पर एक केन्द्रीय विद्यालय व टाटा मेमोरियल के केंसर हॉस्पिटल के लिए भी जगह दिए जाने का प्रस्ताव रेलवे के पास विचाराधीन है। इसके लिए एक टीम ने विगत माह पमरे में निरीक्षण भी किया था। यह मामला परवान नहीं चढ़ सका।

इन प्रस्तावों की भी रही चर्चा

इसके पूर्व हाऊबाग की खाली जगह में जीएम ऑफिस,रेलवे स्टेडियम और रेल म्यूजियम बनने के प्रस्ताव भी सुने गए थे। अब बजट में राशि घोषित होने के बाद एक तरह से रेलवे ने यहां पर कोचिंग कॉम्प्लेक्स के बनने पर मुहर भी लगा दी थी,इसके बावजूद मपरे द्वारा इस प्रोजेक्ट पर चुप्पी बरती जा रही है।

सेंटर प्वाइंट है हाऊबाग

गौरतलब है कि हाऊबाग में कोचिंग कॉम्प्लेक्स बनने से मदनमहल व मुख्य स्टेशन से यह ठीक बीच में स्थित होगा। इससे मुख्य रेलवे स्टेशन तथा मदनमहल में ट्रेनों के संचालन से समाप्त होने वाली ट्रेनों का रखरखाव होगा। मदनमहल को रेलवे टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित कर रहा है। इसी साल यहां से कई ट्रेनों का संचालन शुरू होगा,जो यही आकर समाप्त भी होंगी। मुख्य रेलवे स्टेशन के पास स्थित कोचिंग यार्ड की सीमित जगह और संसाधनों के चलते नए कोचिंग कॉम्प्लेक्स की जरूरत सालों से महसूस की जा रही है।

हाऊबाग की 10 एकड़ भूमि में कोचिंग कॉम्प्लेक्स बनाने का प्रस्ताव था मगर अभी हमारे स्तर पर यहां पर काम नहीं हो रहा है। इस संबंध में जो भी आदेश मिलेंगे उनका पालन किया जाएगा। विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम जबलपुर रेल मंडल।