विक्टोरिया में 2 रेडियोलॉजिस्ट : इमरजेंसी में सोनोग्राफी कराने बाहर जा रहे मरीज

विक्टोरिया में 2 रेडियोलॉजिस्ट : इमरजेंसी में सोनोग्राफी कराने बाहर जा रहे मरीज

जबलपुर। नेशनल क्वॉलिटी एसोरेंश (एनक्यूएएस) सर्टिफाइड जिला (विक्टोरिया) अस्पताल में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को सोनोग्राफी कराने के लिए बाहर जाना पड़ता है। सप्ताह के पांच दिन तो ओपीडी के दूसरे दिन इस जांच की सुविधा मिल जाती है लेकिन शनिवार को यदि मरीज भर्ती हुआ है और उसे सोनोग्राफी की जांच कराना है तो ओपीडी के बाद उसे सोमवार तक का लंबा इंतजार करना पड़ता है।

जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में एक नहीं दो-दो रेडियोलॉजिस्ट है और यहां पर 2 मशीनें अतिरिक्त हैं बावजूद इसके इमरजेंसी में सोनोग्राफी की जांच के लिए मरीज को निजी सेंटर में महंगे दाम पर इसे करवाना पड़ता है। हैरानी की बात ये है कि प्रबंधन के अधिकारियों को ही इस बात की जानकारी नहीं है कि उनके यहां का अधीनस्थ स्टाफ इस जांच के लिए ऑनकॉल सुविधा के बाद भी बुलाता नहीं है।

ऑनकॉल में क्यों नहीं आते डॉक्टर

मरीज व उनके परिजनों का कहना है कि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए डॉक्टर्स ऑनकॉल की सुविधा है तो चिकित्सकों को स्टाफ बुलाता क्यों नहीं है। जब यहां का स्टाफ ही ऑनकाल की जानकारी नहीं देगा तो मरीजों को यह सुविधा कैसे मिलेगी।

इमरजेंसी में हमने ऑनकॉल की सुविधा रखी है। परिजनों को यदि स्टाफ मना करता है तो इसकी जानकारी हमें दें हम ऑनकॉल में रेडियोलॉजिस्ट बुलवाकर सोनोग्राफी करवाएंगे। मरीज और परिजनों को भी इसके लिए जागरुक होना पड़ेगा। -डॉ. आरके चौधरी सिविल सर्जन जिला अस्पताल