चीन, अमेरिका और रूस ने बनाई दूरी, जर्मनी-ब्रिटेन डब्ल्यूएचओ के साथ

चीन, अमेरिका और रूस ने बनाई दूरी, जर्मनी-ब्रिटेन डब्ल्यूएचओ के साथ

जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूचओ) ने भविष्य में तैयार होने वाली कोरोना वैक्सीन की सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए कोवैक्स स्कीम तैयार की है। स्कीम से दुनिया के 156 देश जुड़ चुके हैं। इनमें दुनिया के 64 सेल्फ फाइनेंसिंग और आर्थिक तौर पर मजबूत देश भी शामिल हैं। हालांकि, चीन, रूस और अमेरिका ने शामिल होने से इंकार कर दिया। हालांकि ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देश हिस्सा बन गए हैं। डब्ल्यूएचओ इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैक्सीन का डिस्ट्रीब्यूशन करने वाली संस्था गावी के साथ काम करेगा। स्कीम से यह तय किया जाएगा कि वैक्सीन पहुंचाने और इसके डिस्ट्रीब्यूशन में किसी तरह की गड़बड़ी न हो।

उद्देश्य : कोई भी देश वैक्सीन की जमाखोरी नहीं कर सकेगा

डब्ल्यूएचओ के निदेशक टेड्रोस अधानोम ने कहा कि जैसे ही एक सुरक्षित और प्रभावी कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी, कोवैक्स के जरिए वैक्सीन तमाम देशों को मिलने लगेगी। इसके तहत अमीर और गरीब देश एक साथ पैसे जमा करके वैक्सीन खरीदेंगे। इसका उद्देश्य है कि वैक्सीन की जमाखोरी न हो और इसमें शामिल सभी देशों के हाई रिस्क कैटेगरी के लोगों को पहले वैक्सीन मिल जाए।