मौसम के बदलते मिजाज से बच्चों में खांसी बुखार, बड़ों में चेस्ट इंफेक्शन का प्रकोप

मौसम के बदलते मिजाज से बच्चों में खांसी बुखार, बड़ों में चेस्ट इंफेक्शन का प्रकोप

ग्वालियर। इन दिनों डेंगू, मलेरिया से राहत है, लेकिन वायरल ने बच्चों को परेशान करके रखा हुआ है। कभी धूप एवं कभी बारिश की वजह से हर दिन मौसम के नए-नए रूप देखने को मिल रहा है, बारिश की वजह से एक बार फिर से सर्दी बढ़ गई है, जिसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या घटने की जगह और बढ़ रही है, खासतौर से बच्चों में। इस वर्ग में इन दिनों वायरल, निमोनिया, खांसी, जुकाम के साथ ही 35 से 40 फीसदी बच्चों में टॉन्सिल एवं गलसुआ की समस्या देखने को मिल रही है। बुखार भी तेज आ रहा है दूसरी ओर जांच कराई जा रही है तो उसमें मलेरिया एवं टाइफाइड नहीं निकल रहा है बल्कि वायरल चल रहा है।

यह वायरल केवल छोटे बच्चों को ही नहीं बल्कि बड़ों को भी परेशान करके रखे हुए है, जिसकी वजह से सरकारी अस्पतालों में जो दो विभाग जहां सबसे अधिक मरीज नजर आते हैं, वह मेडिसिन के बाद पीडियाट्रिक्स विभाग की रहता है। बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ का कहना है कि ऐसे बदले मौसम में बच्चों की अधिक देखभाल करने की जरूरत है।

मरीजों का बढ़ रहा सीआरपी, चेस्ट इंफेक्शन

बड़ों की बात की जाए तो इस बदले हुए मौसम में जिन लोगों को पहले से अस्थमा या फिर सांस लेने में समस्या है, उनको सांस लेने में परेशानी से लेकर चेस्ट इंफेक्शन तक की समस्या 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गई है। जिसकी वजह से टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स के यहां काफी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही इनकी सीपीआर बढ़कर आ रही है, सीटी चेस्ट कराने पर चेस्ट इंफेक्शन भी मरीजों की जांच में निकल रहा है।

10 से 15 दिन लग रहे ठीक होने में

सामान्य तौर पर खांसी दो से तीन दिनों में ठीक हो जाती थी, लेकिन इस बार खांसी का स्वरूप बदला चुका है, खांसी से ठीक होने में मरीजों को पहले की तुलना में अधिक समय लग रहा है। डॉक्टरों की मानें एंटीबायोटिक देने मरीजों को आठ से दस दिनों का समय लग रहा है।

बच्चों में सर्दी, बुखार यानि की वायरल निमोनिया के साथ टॉन्सिल एवं गलसुआ की समस्या अधिक देखने को मिल रही है। बच्चों को नेबुलाइज तक करना पड़ रहा है, ऐसे में बदलते मौसम में बच्चों की अधिक देखभाल करें। ठंडे पानी की जगह गुनगुना पानी पिलाएं, खांसी की शुरूआत में ही विशेषज्ञ डॉक्टर्स से परामर्श लें। डॉ. विनीत चतुर्वेदी,बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ जेएएच

इस मौसम में उन लोगों को अधिक समस्या आ रही है जिन्हें एलर्जी या फिर अस्थमा की पहले से शिकायत है। मरीजों का सीपीआर भी बढा हुआ है इसके साथ ही सिटी चेस्ट कराने पर इंफेक्शन भी निकल रहा है। डॉ. उज्ज्वल शर्मा , टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ