हैंड पेंटेड कैनवास ज्वेलरी में दिख रहे राधा-कृष्ण और वीणा वादिनी

हैंड पेंटेड कैनवास ज्वेलरी में दिख रहे राधा-कृष्ण और वीणा वादिनी

 गर्मियों के मौसम में गले में नेकलेस या कान में बड़े ईयररिंग पहनना कम ही भाता है और फिर ज्वेलरी आर्टिफिशियल हो तो मेटल से रैशेज या खुजली और इरिटेशन होने लगता है। ऐसे में समर ड्रेसेस की तरह अब समर ज्वेलरी भी डिजाइन की जा रही हैं, जिसमें कॉटन के धागों के साथ कैनवास के ऊपर पेंटिंग करके नेकपीस और ईयररिंग्स को तैयार किया जा रहा है ताकि यह पहनने में हल्की रहे और बिना किसी इरिटेशन के पहनी जा सकें। इनके कलर्स भी इतने ब्राइट रखें जा रहे हैं कि यह हर ड्रेस को हाइलाइट करेंगी। इन पर बनने वाले प्रिंट में भारतीयता की झलक है, जिसमें महलों में दिखने वाले कमल के फूल, डोली उठाते कहार, हिरण को गोद में लिए रानियों के चित्र दिखते हैं। इस तरह की ज्वेलरी की कीमत 200 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक होती है।

सीपियों की डिटेलिंग के साथ नेक पीस

वुडन पीस के ऊपर राधा-कृष्ण की पेंटिंग की गई है जिसके कैनवास को काले रंग के धागे में पिरोया गया है। सीपियों से डिटेलिंग की गई है। इसे इंडियन व वेस्टर्न दोनों ड्रेस के साथ पहना जा सकता है।

वर्ली पेंटिंग ज्वेलरी

वर्ली पेंटिंग इन दिनों काफी प्रोडक्ट्स पर की जा रही है और अब इसकी छाप ज्वेलरी पर भी दिख रही है। कपड़े के कैनवास पर पेंटिंग व धागों से इसे तैयार किया है।

बीड वर्क में राधा-कृष्ण

राधा-कृष्ण की सादगी से भरी लेकिन आकर्षक पेंटिंग को कैनवास पर किया गया है। इस तरह के रूप-रंग वाली कपड़े से बनी ज्वेलरी सभी को आकर्षित करती है।

वीणावादिनी लुक में नेकलेस

इस नेक व ईयरपीस में सिरेमिक के साथ पेंटिंग की गई है जिसमें ऊभरे हुए फूल और साथ में वीणावादिनी को चित्रित किया गया है। इसमें रंग-बिरंगे धागों का इस्तेमाल किया गया है।

हैंडमेड में हर पीस दूसरे से होता है अलग

वुडन ज्वेलरी हो या फेब्रिक ज्वेलरी इसकी खासियत ये है कि ये दिखती तो भारी है, लेकिन पहनने में काफी हल्की होती है। अब इस पर पेंटिंग, एम्ब्रॉइडरी, सिरेमिक वर्क, बीड वर्क सभी कुछ किया जा रहा है। इस ज्वेलरी को धागे में मोतियों को पिरोकर बनाया जाता है। हर पीस दूसरे से अलग होता है। ये गर्मियों में बहुत आराम से पहनी जा सकती हैं। इस ज्वेलरी में बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है। धर्मेंद्र रोहर, बैंबू व वुडन वर्क आर्टिस्ट