पनागर में सड़क-बिजली-पानी बड़ी समस्या तो सिहोरा जिला बनने आतुर

पनागर में सड़क-बिजली-पानी बड़ी समस्या तो सिहोरा जिला बनने आतुर

जबलपुर। कहने को ग्रामीण मगर शहर से सटी पनागर विधानसभा क्षेत्र में नागरिकों की समस्या सड़क,पानी,बिजली की बरकरार हैं। काम हुए हैं मगर ये जनता की आकांक्षाओं से कमतर हैं। वहीं सिहोरा विधानसभा के लोग इसे जिला बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं। अब इन दोनों सीटों के प्रत्याशियों को जनता का गुस्सा झेलना पड़ रहा है। पनागर से विधायक सुशील तिवारी इंदू अपनी तीसरी पारी खेलने जा रहे हैं और वे अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं,वैसे भी गत चुनाव में इंदू ने जिले में सर्वाधिक लीड से जीत हासिल की थी। उनके सामने कांग्रेस से राजेश पटैल हैं जो पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं। वे पनागर क्षेत्र की बदहाली को मुद्दा उठाकर वोट मांग रहे हैं। वहीं सिहोरा से भारतीय जनता पार्टी ने अपनी विधायक नंदनी मरावी की टिकट काट कर संतोष बरकड़े को टिकट दी है। वहीं कांग्रेस ने सिहोरा से नया चेहरा उतारा है जो कि एकता ठाकुर हैं।

पनागर विधानसभा क्षेत्र

पनागर विधानसभा से विगत चुनाव में सुशील तिवारी को 84 हजार 302 मत प्राप्त हुए थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी निर्दलीय वभाजपा से बगावत कर खड़े हुए भारत सिंह यादव जिन्हें 42 हजार 569 मत मिले थे को 41 हजार 733 मत से पराजित किया था। यहां तीसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी सम्मति सैनी थे जिन्हें 40 हजार 629 मत मिले थे इन्हें श्री तिवारी ने 43 हजार 673 मतो से हराया था।

65 प्रतिशत से अधिक युवा वोटर

पनागर क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 42 हजार 444 है। यहां पर 18 से 39 साल तक के युवा वोटरों की संख्या 1 लाख 64 हजार 144 है। इनमें आयु वर्ग के आधार पर देखा जाए तो 18 से 19 साल तक के 3416 युवा,3021 युवतियां,20 से 29 स ाल तक के 29139 युवा,28621 युवतियां, 30 से 39 साल तक पुरुष 57762 महिलाएं 42185 हैं। जिले की हर विधानसभा के युवाओं की अपेक्षा अनुसार रोजगार इनकी मुख्य मांग है।

सिहोरा विधानसभा क्षेत्र

सिहोरा विधानसभा क्षेत्र के रहवासी सिहोरा को जिला बनाने के लिए लंबे समय से संघर्ष रत हैं। इस बीच कई अन्य जगहों को जिला बनाया गया मगर सिहोरा को उपेक्षित रखा गया। यहां की मुख्य समस्या यही है। सत्तापक्ष की ओर से इस बार प्रत्याशी बदलकर दिया गया है जिसे लोगों को संतुष्ट करने में पसीना आ रहा है। वहीं इसका फायदा कांग्रेस के नए चेहरे एकता ठाकुर को मिल रहा है और वे सिहोरा को जिला बनाने के लिए खूब वादे कर रही हैं। इसके अलावा यहां युवाओं को रोजगार व जनजाति समाज के उत्थान के लिए भी वे घोषणाएं कर रही हैं। विगत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की नंदनी मरावी को 73 हजार 312 मत मिले थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रत्याशी कांग्रेस के खिलाड़ी सिंह आर्मो को जिन्हें 66489 मत मिले थे को 6 हजार 823 मतों से पराजित किया था। तीसरे नंबर पर बबीता गोंटिया थी जिन्हें 6 हजार 28 मत मिले थे। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 2लाख 11 हजार 657 मत है। जिसमें से 1 लाख 61 हजार482 मतदाताओं ने मत डाले थे। यहां पर मतदान का प्रतिशत 76.29 रहा।

60 फीसदी से ज्यादा हैं युवा मतदाता

सिहोरा में 18 से 39 साल तक के युवा मतदाताओं की संख्या 1 लाख 23 हजार 831 है। आयुवर्ग के आधार पर देखा जाए तो 18 से 19 साल के 4276 युवा,3258 युवतियां,20 से 29 साल के 27 हजार 84 युवा,26 हजार 8 युवतियां,30 से 39 साल के 33 हजार 279 पुरुष व 29 हजार 926 महिलाएं हैं। जिला बनने से मिलने वाली सुविधाओं और रोजगार के अवसर बढ़ने के चलते ये इस मांग पर अड़े हैं।