खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ने से अगस्त में थोक मुद्रा स्फीति बढ़कर 0.52 %

थोक मुद्रा स्फीति का अप्रैल के बाद सबसे ऊंचा स्तर

खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ने से अगस्त में थोक मुद्रा स्फीति बढ़कर 0.52 %

नई दिल्ली। देश में खासकर खनिज तेल मूल धातुओं और रसायनों के दाम में नरमी के चलते थोक मुद्रा स्फीति शून्य के नीचे बनी हुई है, लेकिन अगस्त 2023 में खाद्य उत्पादों और सब्जियों के दामों में तेजी के चलते यह बढ़कर शून्य से 0.52 प्रतिशत पर पहुंच गई। जुलाई में यह शून्य से 1.36 प्रतिशत नीचे थी। थोक मुद्रा स्फीति का अप्रैल के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त माह में सभी वस्तुओं वाला थोक मूल्य सूचकांक बढ़कर 152.4 अंक था। इससे पिछले माह थोक मूल्य सूचकांक 151.9 अकं था। थोक मूल्य मुद्रा स्फीति का यह अप्रैल के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। अप्रैल में थोक मुद्रा स्फीति शून्य से 0.79 प्रतिशत नीचे और जून में शून्य से 4.18 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर से नीचे चली गई थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य मुद्रा स्फीति के शून्य से नीचे होने के बावजूद खाद्य वस्तुओं और सब्जियों के थोक भाव ऊंचे बने हुए हैं। अगस्त में खाद्य वस्तुओं के थोक भाव सालाना आधार पर 10.60 प्रतिशत ऊपर थे। इसी तरह अनाज की मुद्रा स्फीति 7.25 प्रतिशत, चावल में मुद्रा स्फीति 9.18 प्रतिशत, गेंहू में 5.81 प्रतिशत और दालों में मुद्रा स्फीति 10.45 प्रतिशत थी।

द्वारका में प्रदर्शनी-सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितंबर को दिल्ली के द्वारका में भारत अंतरराष्टÑीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी केंद्र (आईआईसीसी) के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। विशेष सचिव और आईआईसीसी द्वारका की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुमिता डावरा ने कहा कि परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है। परियोजना के पहले चरण की लागत लगभग 5,400 करोड़ रुपए है। आईआईसीसी को व्यापार और उद्योग को आकर्षित करने के मकसद से बैठकों, प्रोत्साहनों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों (एमआईसीई) गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक आधुनिक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। पहले चरण में एक सम्मेलन केंद्र और संबंधित सुविधाओं के साथ दो प्रदर्शनी हॉल विकसित किए गए हैं। दूसरे चरण में तीन प्रदर्शनी परिसर, क्षेत्र, होटल, खुदरा दुकानें और कार्यालय स्थल शामिल होंगे।