नेत्रहीन छात्रावासी : बैंक सेवा और शिक्षक बनकर पेश कर रहे मिसाल

नेत्रहीन छात्रावासी : बैंक सेवा और शिक्षक बनकर पेश कर रहे मिसाल

जबलपुर। शहर के मध्य स्थित नेत्रहीन छात्रावास के छात्रावासी बैंकिंग सेवा और शिक्षक बन कर मिसाल पेश कर रहे हैं। कॅरियर के प्रति जागरूक इन नेत्रहीनों का कहना है कि यदि ईमानदार कोशिश की जाए तो कठिन लक्ष्य भी आसान हो जाता है। वर्तमान में यहां रह रहीं छात्राओं को कई विधाओं में मार्गदर्शन दे रही हैं। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में यहां आधा सैकड़ा नेत्रहीन छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। राइट टाउन स्थित छात्रावास में 22 बालिकाएं रह रहीं हैं। वहीं 15 प्रतिदिन आवागमन कर रहे हैं। खास बात ये है कि पूर्व में 17 नेत्रहीन छात्र-छात्राएं यहां पढ़कर विभिन्न जॉब में लग गए हैं। वहीं 18 परिणय सूत्र में आबद्ध हो चुके हैं।

बैंक में लगी जॉब

छात्रावास में रह रही छात्रा अंजना सूर्यवंशी ने न केवल शहर का नाम रोशन किया है बल्कि यहां छात्रावासियों के लिए मिसाल बन गई हैं। वे एमए करने के बाद क्षेत्रीय सहकारी ग्रामीण बैंक छिंदवाड़ा में पदस्थ हैं। इसी तरह यहीं रहने वाले भोला सिंह चौहान की नियुक्ति वेटरनरी छतरपुर में हो चुकी हैं। इसके अलावा दर्जनों स्टूडेंट्स प्राइवेट जॉब कर रहे हैं।

यहीं पढ़कर बनीं शिक्षक

गढ़ा छुई खदान निवासी किरण इवनाती नेत्रहीन छात्रावास में ही अध्ययनरत् रही हैं। किरण ने एमए, बीएड किया है। अब वे इसी छात्रावास में संगीत शिक्षक के रूप में पढ़ा रही हैं। उन्होंने बताया कि नागरी लिपि को ब्रेल लिपि में बच्चों को विशेष रूप से प्रशिक्षित कर रही हैं।

शांति नगर में मेरा निवास है। पिछले 10 सालों से यहां रहकर अध्ययन कर रही हूं। किरण मेडम से संगीत सीख रही हूं और संगीत शिक्षक बनना मेरा अगला लक्ष्य है। -योगिता चौधरी,स्टूडेंट

मैं कक्षा नवमी में अध्ययनरत् हूं। प्रतिदिन स्कूल में शिक्षक के लेक्चर को ब्रेल लिपि में लिखने के बाद पढ़ाई कर रही हूं। बैतूल से यहां आकर 2 साल से यहां हूं। -योगिता विझारे, स्टूडेंट

पहले में चित्रकूट नेत्रहीन स्कूल में पढ़ रही थी। दो साल से रीवा से यहां अध्ययन करने आए हैं। इस वर्ष 10वीं की परीक्षा दंूगी और संगीत शिक्षक बनना चाहूंगी। -गुड़िया तिवारी,स्टूडेंट

मैं सतना से 2 साल से यहां रहकर पढ़ाई कर रही हूं। यहां से पढ़कर सरकारी कार्यालयों में गए सीनियर्स मिसाल बने हैं। समय-समय पर वे यहां मार्गदर्शन दे रहे हैं। -खुशी कुशवाहा,स्टूडेंट