चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट पर संकट के बादल, कई देशों में काम अभी आधे-अधूरे

चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट पर संकट के बादल, कई देशों में काम अभी आधे-अधूरे

नई दिल्ली। चीन के सबसे बड़े प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड (बीआरआई) को 10 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर चीन तीसरे बेल्ट एंड रोड फोरम का आयोजन किया है। बीआरआई की 10वीं वर्षगांठ पर बीजिंग में हो रहे सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और हंगरी के प्रधान मंत्री विक्टर ओर्बन शामिल होंगे। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार भी इसमें शामिल होगी। पहली बार जब 2017 में इससे जुड़ा सम्मेलन आयोजित किया गया था तो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इसे सदी की परियोजना बताया था, लेकिन इस पर जिस तरह से चीन ने पैसा बहाया, उसे वैसा फायदा नहीं हुआ। अब बीआरआई पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट पर पहले दशक में अरबों डॉलर खर्च हुए हैं, लेकिन हाल में इसकी रफ्तार कम हो गई है। कई देशों में प्रोजेक्ट आधे-अधूरे पड़े हुए हैं।

चीन की अर्थव्यवस्था बेहाल

साल 2018 से चीन की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। अमेरिका के साथ खराब संबंधों ने शी जिनपिंग की परियोजना पर असर डाला है। कोरोना के बाद से इसपर और असर पड़ गया है। चीन की आर्थिक समस्या और कोरोना के चलते चीन की बीआरआई परियोजना को दोहरा झटका लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीआरआई गहरे संकट में है। चीन पर अब बकाया पैसों को वसूलने का दबाव बढ़ गया है। इसकी वजह चीन के पास उधार देने कम पूंजी का होना है।

अब पछता रहा इटली इटली

की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा है कि बीआरआई के मुद्दे पर फैसला लेने के लिए उनकी सरकार के पास दिसंबर तक का समय है। वह जल्द ही चीन की यात्रा कर सकती हैं। ज्ञात हो कि इटली की पिछली सरकार ने मार्च 2019 में चीन के साथ बीआरआई प्रोजेक्ट के लिए समझौता किया था। ऐसा करने वाला वो इकलौता विकसित पश्चिमी मुल्क था। इसी साल मई में इटली की नई प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने संकेत दिए थे कि इटली इस समझौते से बाहर निकलना चाहता है।

चीन में एक और रियल एस्टेट कंपनी हुई डिफॉल्टर

चीन का रियल एस्टेट संकट गहराता जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश की सबसे बड़ी प्राइवेट प्रॉपर्टी डेवलपर कंपनी कंट्री गार्डन ने भी विदेशी कर्ज के भुगतान में डिफॉल्ट किया है। इस कंपनी पर 11 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज और छह अरब डॉलर का घरेलू कर्ज है। इस डिफॉल्ट से चीन की मुश्किलें बढ़ गई है। इसकी वजह यह है कि चीन की इकोनॉमी में रियल एस्टेट की करीब एक तिहाई हिस्सेदारी है।

प्रॉपर्टी इंवेस्टमेंट में 9.1 प्रतिशत की गिरावट आई

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल के पहले नौ महीनों में देश में प्रॉपर्टी इंवेस्टमेंट में 9.1 फीसदी की गिरावट आई है। अगस्त में कंट्री गार्डन ने पहली छमाही के आंकड़े जारी किए थे। इस दौरान कंपनी को रिकॉर्ड 6.7 अरब डॉलर का घाटा हुआ है। अगर कंपनी के डिफॉल्ट करने की पुष्टि होती है तो विदेशी कर्जदार रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के लिए फाइनेंशियल एडवाइजर्स से बातचीत शुरू कर सकते हैं। इस प्रोसेस में लंबा समय लग सकता है।