प्राइवेट अस्पताल में बच्ची की मौत, 200 रुपए ना देने पर मारने का लगाया आरोप

प्राइवेट अस्पताल में बच्ची की मौत, 200 रुपए ना देने पर मारने का लगाया आरोप

ग्वालियर। झांसी रोड थाना अंतर्गत बसंत विहार में संचालित होने वाले रेनबो हॉस्पिटल में बुधवार सुबह बच्ची की मौत पर हंगामा हो गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्ची को डिस्चार्ज करने को कहा और पैसे जमा कर दिए लेकिन दो सौ रुपए के कारण जिंदा बच्ची को लिफ्ट में फंसाकर रखा और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर सड़क पर चक्काजाम कर दिया, जिसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया। चंदन नगर कोटेश्वर रोड निवासी चाचा पंकज गुप्ता ने बताया कि बसंत विहार में संचालित होने वाले रेनबो मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में अपनी बीमार बच्ची प्रिया को उपचार के लिए पिता अशोक गुप्ता ने 2 दिन पहले भर्ती किया था।

हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उन्हें इस बात की गारंटी दी गई थी कि बच्ची ठीक हो जाएगी, लेकिन उसकी हालत खराब होने पर डॉक्टर को नहीं बुलाया गया और मंगलवार शाम को जब बच्ची को डिस्चार्ज करने के लिए कहा तो डॉक्टर के आने की बोलकर टालते रहे। रात बीतने के बाद बुधवार सुबह जब बच्ची की हालत ज्यादा खराब हो गई, तो परिजनों ने डिस्चार्ज करने की बात कही और उसके बाद पैसे जमा कर दिए। इसके बाद मात्र दो सौ रुपए के लिए बच्ची को लिफ्ट में से बाहर नहीं आने दिया गया। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

नानी से की मारपीट

इस प्रकरण में पुलिस ने बताया कि हॉस्पिटल के स्टाफ श्याम गुर्जर और विशाल यादव ने बच्ची की नानी के साथ मारपीट कर दी। बाद में चक्काजाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि स्टाफ ने मारपीट कर दी है। जिसके बाद पुलिस ने महिला की शिकायत पर दोनों आरोपी के खिलाफ मारपीट का प्रकरण दर्ज कर लिया है।

प्राइवेट अस्पताल में बच्ची की मौत के बाद परिजनों द्वारा हंगामे की सूचना मिली थी, इस मामले में महिला की शिकायत पर मारपीट व बच्ची की मौत पर मर्ग कायम कर जांच पड़ताल की जा रही है। हितेन्द्र शर्मा, टीआई झांसी रोड

मामले की सूचना के बाद मैंने दो डॉक्टरों की जांच समिति गठित कर दी है। यह जांच टीम अस्पताल भी पहुंची थी । एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट आ जएगी, उसी के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। डॉ. आरके राजौरिया, सीएमएचओ ग्वालियर