सुनहरा सफर... इतिहास में दर्ज

एशियन गेम्स में भारत का अभियान खत्म, अंतिम दिन भी किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

सुनहरा सफर... इतिहास में दर्ज

 हांगझोऊ। इस साल एशियाई खेलों में भारत का सफर सुनहरा रहा सुनहरा से तात्पर्य यह भी है कि इस साल भारतीय खिलाड़ियों ने पदक में 100 का आंकड़ा तो पार किया ही साथ ही इतिहास में अपना नाम भी दर्ज करा लिया। इस साल भारतीय खिलाड़ियों ने सालों का रिकॉर्ड तोड़ उन खेलों में गोल्ड मेडल जीता जिसकी आशाएं और उम्मीदें खत्म हो चुकीं थी कि क्या कभी भारत ऐसे खेलों में कभी गोल्ड ला पाएगा या भी नहीं। लेकिन उन उम्मीदों को जिंदा रखकर न की भारत देश का नाम रोशन किया बल्कि अपने गांव और शहर को भी गर्वित कराया। शनिवार को एशियन गेम्स में भारत का अभियान खत्म हुआ। अंतिम दिन भी भारतीय खिलाड़ियों ने मेडल की झड़ी लगा दी। पुरुष डबल बैंडमिटन, पुरुष क्रिकेट, महिला कब्बडी, शतरंज, कुश्ती, महिला हॉकी में पदक जीतकर इस अभियान को खत्म किया। एशियाई खेलों के इतिहास में अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (107 पदक) के साथ भारत ने हांगझोउ 2022 अभियान का समापन शानदार तरीके से किया और अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की आस 130 करोड़ भारतीयों के दिलों में जगा दी। एशियन गेम्स का औपचारिक समापन आठ अक्टूबर आज रविवार को होगा मगर भारतीय खिलाड़यिों की स्पधार्यें शनिवार को समाप्त हो गईं थी। भारतीय एथलीटों ने अपने अभियान के आखिरी दिन 12 पदक जीते जिसमें छह स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक शामिल है।

बैडमिंटन में पहली बार जीता गोल्ड

एशियन गेम्स में भारत ने फिर इतिहास रचा। 14वें दिन भारत ने मेडल जीतने का सिलसिला जारी रखा है। भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने बैडमिंटन प्रतियोगिता में देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। एशियन गेम्स की बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत ने पहली बार गोल्ड जीता। इस बैडमिंटन जोड़ी ने मेन्स डबल में दक्षिण कोरिया के चोई सोलग्यू और किम वोन्हो को 21-18, और 21- 16 से हराया। इस मेन्स डबल बैडमिंटन फाइनल का पहला मैच काफी रोमांचक रहा था, जिसमें सोलग्यू और वोन्हो ने ब्रेक तक 11- 9 की बढ़त हासिल कर ली थी। पहले मैच में रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी 15- 18 के स्कोर से हार की ओर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे थे, लेकिन फिर उन्होंने शानदार वापसी की और लगातार 6 अंक हासिल करके मैच को पूरी तरह से पलट दिया। भारत की इस जोड़ी ने मिलकर मैच के 29वें मिनट तक स्कोर को 15-18 से 21-18 में पहुंचा दिया। दूसरे मैच के ब्रेक तक 11-7 की एक मजबूत बढ़त हासिल कर ली थी। दक्षिण कोरिया की जोड़ी ने इस फाइनल मैच में एक आखिरी बार वापसी करने की कोशिश जरूर की, लेकिन भारतीय जोड़ी उन्हें रोकने में कामयाब रही। दूसरा गेम 27वें मिनट में 21-16 से अपने नाम कर लिया।

महिला हॉकी टीम ने जीता ब्रॉन्ज

अब भारत की महिला हॉकी टीम ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीतकर एक नया इतिहास बना दिया है। भारत की महिला हॉकी टीम ने डिफेंडिंग चैंपियन जापान को 2- 1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। भारत की ओर से दीपिका और सुशीला चानु ने दो गोल्स किए, जिनकी मदद से भारत ने जापान जैसी मजबूत टीम को हराने में कामयाबी हासिल की। आपको बता दें कि एशियन गेम्स के इतिहास में भारत की महिला हॉकी टीम के लिए यह सातवां मेडल है।

दीपक को कुश्ती में सिल्वर

पुरुषों की 86 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा में भारत के दीपक पूनिया को सिल्वर मेडल हासिल हुआ है। पूनिया को फाइनल में पूर्व ओलंपिक और विश्व चैंपियन ईरान के हसन यजदानी ने 10- 0 से मात देकर गोल्ड जीता। बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने वाले 24 साल के दीपक ने एशियाड में अपने भार वर्ग के क्वालिफिकेशन मैच में बहरीन के पहलवान को 3-2 से हराया। इसके बाद अगले मुकाबले में इंडोनिशिया के पहलवान को 11-0 से मात दी। अगले मुकाबले में जापान के शोता शिराई को दीपक ने 7-3 से हराने में कामयाबी पाई।

महिलाओं की व्यक्तिगत कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा में स्वर्ण

भारत की ज्योति सुरेखा वेन्नम ने चीन के हांगझोउ में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में शनिवार को महिलाओं की व्यक्तिगत कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। ज्योति ने फाइनल में दक्षिण कोरिया की सो चेवोन को 149-145 से हराकर स्वर्ण पदक की हैट्रिक पूरी की, जो पहले ही महिला और मिश्रित टीम स्पधार्ओं में खिताब जीत चुकी हैं। ज्योति सुरेखा वेन्नम ने हांगझोउ में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में अपना तीसरा स्वर्ण पदक जीता, जिससे तीरंदाजों ने शनिवार को खेलों की स्पधार्ओं के अंतिम दिन शानदार शुरूआत की। मिश्रित टीम और महिला टीम स्पर्धा ओं में स्वर्ण पदक जीतने वाली ज्योति ने फाइनल में कोरिया की चेवोन सो को 149-145 से हराया। ज्योति के लिए शुरूआत थोड़ी धीमी रही लेकिन उन्होंने धीरे-धीरे वापसी करते हुए लगातार 10 अंक जुटाए और तीन राउंड के बाद 89-87 से आगे चल रही थीं।

तीरंदाजी के कंपाउंड मिश्रित स्पर्धा में स्वर्ण पदक

नागपुर के ओजस देवतले ने चीन में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में स्वर्णिम कामयाबी हासिल करते हुए तीरंदाजी के कंपाउंड मिश्रित स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया है। ओजस ने साथी तीरंदाज ज्योति वेन्नम के साथ शानदार प्रदर्शन किया। ओजस और ज्योति ने फाइनल में दक्षिण कोरिया के सो चायवान और जू जायेहून को हराकर स्वर्ण पदक जीता। मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने 159 का स्कोर किया, जबकि कोरियाई जोड़ी ने 158 का स्कोर किया। इस पदक को जीतने के साथ ही भारत ने एशियाई खेलों में एक बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है। इससे पहले भारतीय तीरंदाज ज्योति और ओजस ने सेमीफाइनल में कजाखस्तान की आदेल झेशेनबिनोवा और आंद्रे त्युत्युन की जोड़ी को को 159-154 से हराते हुए स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रवेश किया था। भारतीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में मलेशिया की जोड़ी मोहम्मद जुवैदी बिन माजुकी और फातिन नूरफतेहाह मेट सालेह को मात दी थी।

पुरुष-महिला ने शतरंज में जीता सिल्वर

भारतीय मेंस और वीमेंस की चेज टीम ने सिल्वर मेडल जीता। भारतीय मेंस चेस का हिस्सा विदित, अर्जुन और हरिकृष्ण पी थे। विदित, अर्जुन और हरिकृष्ण पी ने फिलीपींस के खिलाफ राउंड 9 के अपने-अपने मैच जीते। दरअसल, भारत 9 राउंड के खेल के बाद दूसरे नंबर रहा। वहीं, ईरान की टीम ने गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमाया। वहीं, भारतीय वीमेंस चेस का हिस्सा डी हरिका, आर वैशाली, वंतिका अग्रवाल, और बी सविता श्री थीं। डी हरिका, आर वैशाली, वंतिका अग्रवाल, और बी सविता श्री ने भारत चेस में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता।1

पुरुष कबड्डी में भारत ने जीता सोना

भारतीय कबड्डी टीम ने फाइनल में ईरान को हराकर गोल्ड अपने नाम किया। भारत ने फाइनल मुकाबले में ईरान को 33-29 से शिकस्त देकर ऐतिहासिक गोल्ड जीता। फाइनल मुकाबला रोमांचक रहा, जिसमें भारत ने डिफेंडिंग चैंपियन ईरान को हराया। मुकाबले में कुछ विवाद देखने को मिला, जिसके चलते कुछ देरी हुई और अंत में फैसला भारत के पक्ष में आया। खिलाड़ी और कोच के चलते मुकाबला कुछ देर निलंबित रहा था।

टीम इंडिया ने क्रिकेट में जीता गोल्ड

बारिश के चलते भारत -अफगानिस्तान के बीच खेला गया फाइनल मुकाबला रद्द हो गया और भारत को गोल्ड मेडल मिला। रैंकिंग ज्यादा होने के चलते भारत को विजयी घोषित किया गया। मैच में भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। बल्लेबाजी करने उतरी अफगानिस्तान की टीम ने 18.2 ओवर तक 5 विकेट पर 112 रन स्कोर कर लिए थे। इसके बाद बारिश ने खलल डाला और मैच आगे नहीं बढ़ सका।

  14 दिनों का सफर...
कब कितने                 मेडल जीते
पहले दिन                            05
दूसरे दिन                            06
तीसरे दिन                           03
चौथे दिन                             08
पांचवें दिन                          03
छठवें दिन                          08
सातवें दिन                         05
आठवें दिन                        15
नौवें दिन                             07
दसवें दिन                          09
ग्यारहवें दिन                     12
बारहवें दिन                      05
तेरहवें दिन                       09
चौदहवें दिन                    12