गौरवी से जुड़ी पीड़िताओं के हाथों बने मास्क डिजिटल प्लेटफार्म पर किए जा रहे पसंद 

गौरवी से जुड़ी पीड़िताओं के हाथों बने मास्क डिजिटल प्लेटफार्म पर किए जा रहे पसंद 
गौरवी से जुड़ी पीड़िताओं के हाथों बने मास्क डिजिटल प्लेटफार्म पर किए जा रहे पसंद 

भोपाल। आर्ट हाउस स्टूडियो जैमिन और गौरवी ने संयुक्त रूप से शुरू किया प्रयास, फेंसी मॉस्क की भी खासी डिमांड गौरवी सखी वन स्टॉप सेंटर और भोपाल के आर्ट हाउस स्टूडियो जैमिन ने मिलकर कोरोना संक्रमण काल में गौरवी से जुड़ी पीड़िताओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल की है। इसके तहत गौरवी से जुड़ी महिलाओं द्वारा तैयार हुए ईको और स्कीन फ्रेंडली मास्क को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सेल किया जा रहा है। यहां यह मास्क पसंद भी किए जा रहे हैं। यहां तक कि आम मास्क के साथ ही इस प्लेटफार्म पर फेंसी और पार्टी वियर मास्क की भी डिमांड है और गौरवी से जुड़ी पीड़ित महिलाओं को इसके जरिए आर्थिक रूप से निर्भर बनने में मदद मिल रही है।

काम छूटने से परेशान थीं महिलाएं
गौरवी की कोऑर्डिनेटर शिवानी सैनी ने बताया कि यह सभी महिलाएं गौरवी से जुड़ी हुई हैं और घरेलू हिंसा या किसी न किसी अन्य प्रकार से पीड़ित होने के बाद आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि ये महिलाएं घरों में काम करने के अलावा ई-रिक्शा आदि चलाने का काम करती थीं, लेकिन कोरोना काल में काम छूट जाने से परेशान थी। इसे देखते हुए सिलाई में निपुण महिलाओं को सिलेक्ट कर मास्क बनवाने की शुरुआत की गई। शिवानी ने बताया कि यहां महिलाओं के लिए मास्क की संख्या को लेकर कोई बाध्यता नहीं है और उन्हें प्रति मास्क पेमेंट किया जा रहा है और वह भी अन्य जगह के मुकाबले अधिक, इससे महिलाएं खुश भी हैं।

डिजिटल के साथ ही स्टॉल के लिए भी प्रयास
गौरवी की प्रोग्राम ऑफिसर सौम्या सक्सेना ने बताया महिलाओं द्वारा अभी मास्क बनाते हुए एक माह ही हुआ है और 1500 से अधिक मास्क पैक डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए बिके हैं। उन्होंने बताया कि यह मास्क सौ फीसद कॉटन से बने हैं, जो कंफर्टेबल और ब्रिथेबल हैं। सौम्या के मुताबिक मास्क को बनाते हुए इस बात का ध्यान रखा गया है कि यह संक्रमण से बचाव देने के साथ ही स्टाइलिश भी लगें। उन्होंने बताया कि पार्टी वियर डिमांड को ध्यान में रखते हुए हैंडलूम प्रिंट के साथ ही कुछ बनारसी कपड़े से तैयार मास्क भी बनाए गए हैं, जो लोगों को खासे पसंद आ रहे हैं। सौम्या ने बताया कि बढ़ती डिमांड को देखते हुए उनका प्रयास है कि डिजिटल के साथ ही किसी स्थान पर स्टॉल आदि लगाकर भी मास्क के विक्रय को बढ़ाने की कोशिश की जाए, जिससे पीड़ित महिलाओं को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। हालांकि, यह योजना अभी विचाराधीन है।

यहां से मिल सकते हैं मास्क
गौरवी की महिलाओं के हाथों तैयार मास्क खरीदकर लोग उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी मदद दे सकते हैं। इन महिलाओं के हाथों तैयार मास्क पांच मास्क के पैक में उपलब्ध हैं और एक पैक की कीमत 200 रुपए याने प्रति मास्क 40 रुपए है। इन्हें स्टूडियो जैमिन के फेसबुक और इंस्टाग्राम पेज के अलावा वॉट्सएप नंबर 9577773332  पर संपर्क करके भी मंगवाया जा सकता है।