कृष्णजी का जलवा पूजन, अखाड़ों ने दिखाए शस्त्र कला के करतब

कृष्णजी का जलवा पूजन, अखाड़ों ने दिखाए शस्त्र कला के करतब

इंदौर। डोल ग्यारस या जल झूलनी एकादशी का सनातन धर्म में बड़ा ही महत्व है। मान्यता है कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु करवट बदलते हैं। आज ही के दिन गोकुल में भगवान श्रीकृष्ण का जलवा पूजन हुआ था। प्राचीन परंपराओं के अनुसार मंदिरों से कृष्णजी का जलवा पूजन करने हेतु डोल में बैठाकर धूमधाम से नगर में भ्रमण कराया गया। विभिन्न समाजों ने डोल निकाले। चंद्रपाल उस्ताद व्यायामशाला द्वारा डोल निकाला गया। खलीफा राजेश मेहरा ने बताया कि दो झांकियां बनाई गईं । पहली झांकी में कृष्णजी के जन्म के प्रसंग को दर्शाया गया, जिसमें जन्म के साथ जेल के गेट का खुलना, वासुदेव द्वारा यमुना पार करना मुख्य है। दूसरी में प्रसादी वितरण चलेगा। इस डोल की खासियत रही कि इसमें बेटियों ने अपने करतब दिखाए। 40 सदस्यीय बैंड, 8 ढोली, हजारों की भीड़ में अखाड़े के आयोजक श्रद्धालुओं की मांग पर पूजन के लिए इसे रोकते रहे।

झांकियों में छाया रहा चंद्रयान

इंदौर देवांग कोष्टी समाज के वरिष्ठ कल्याण देवांग के अनुसार समाज द्वारा 49 साल से डोल निकाले जा रहे हैं। इस बार 2 झांकियां तैयार की गर्इं। पहली झांकी भक्ति पर आधारित रही तो दूसरी चंद्रयान पर। समाज की युवा समिति के जितेंद्र कौल ने बताया कि इस बार डोल की व्यवस्था का जिम्मा युवा वर्ग एवं महिला वर्ग ने उठाया। चल समारोह में महिलाएं बंगाली वेशभूषा में नृत्य कर रही थीं तो युवा अखाड़े के माध्यम से करतब दिखाते हुए चल रहे थे। इससे पूर्व राधा-कृष्ण भगवान का पूजन भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और समाज के सभी वरिष्ठ जनों ने पूजन कर चल समारोह की शुरुआत की।

चांदी के रथ पर सवार हो निकले ठाकुरजी

नंदानगर से चांदी के रथ पर सवार होकर निकले ठाकुरजी का भक्तों ने गुलाब की पंखुड़ियां बरसाकर स्वागत किया। समारोह की शुरुआत ठाकुरजी के पूजन के साथ हुई। 21 किलो के चांदी के रथ पर ठाकुरजी भक्तों को दर्शन देने निकले। यात्रा के आगे 50 से ज्यादा सदस्य ढोल-ताशे व झांझ -मंजीरे बजाते व युवा जयघोष करते हाथों में भगवा ध्वज फहराते चल रहे थे। यात्रा में सैकड़ो महिलाएं भजनों पर थिरकती हुए चल रही थीं। यात्रा नंदानगर स्थित रोड नंबर 10 से शुरू हुई जो नंदानगर मेनरोड होते हुए विभिन्न मार्गों से नंदानगर पर समाप्त हुई। यात्रा में विधायक रमेश मेंदोला, महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद थे।