तानसेन समारोह : देश-विदेश के कलाकार देंगे सुर सम्राट तानसेन को स्वरांजलि

तानसेन समारोह : देश-विदेश के कलाकार देंगे सुर सम्राट तानसेन को स्वरांजलि

ग्वालियर। तानसेन समारोह का मुख्य आयोजन 24 दिसंबर को होगा। लेकिन इससे पहले 22 दिसम्बर को संगीत की नगरी ग्वालियर में 15 स्थानों पर संगीत की महफिल सजेगी। वहीं एक दिन पूर्व 23 दिसंबर को रंग गमक का आयोजन होगा। वहीं 26 दिसम्बर को 1500 तबला वादक एक साथ बैठकर समवेत रूप से तबला वादन करेंगे। ज्ञात हो इस बार तानसेन समारोह का 99 वां संस्करण है। राज्य शासन के संस्कृति विभाग के लिए जिला प्रशासन एवं नगर निगम ग्वालियर के सहयोग से उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद भोपाल का यह प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन इस बार संगीतधानी ग्वालियर में 24 से 28 दिसंबर तक हजीरा स्थित संगीत सम्राट तानसेन के समाधि स्थल पर होने जा रहा है। सुरों के इस समागम में देश-विदेश के शीर्षस्थ साधक सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर स्वरांजलि अर्पित करने आएंगे।

10 संगीत सभाएं होंगी

तानसेन समारोह में 10 संगीत सभाएं होंगी इनमें पहली सभा 24 दिसंबर को सायंकाल आयोजित होगी। इसके बाद हर दिन प्रात: एवं सायंकालीन सभाएं होंगी। 27 दिसम्बर को तानसेन समाधि स्थल के साथ मुरैना जिले के बटेश्वर मंदिर परिसर में भी समानांतर रूप से संगीत सभा सजेगी। 28 दिसंबर को प्रात:कालीन सभा तानसेन की जन्मस्थली बेहट में और इस साल के समारोह की अंतिम संगीत सभा सायंकाल गूजरी महल परिसर में सजेगी। अंतिम सभा महिला कलाकारों पर केंद्रित रहेगी।

ताल दरबार में एक साथ 1500 तबला वादक देंगे प्रस्तुति

तानसेन समारोह के तहत 26 दिसम्बर को सायंकाल 4 बजे ग्वालियर किले पर कर्ण महल के पास विशेष सभा ताल दरबार का आयोजन होगा। जिसमें 1500 तबला वादकों एक साथ प्रस्तुति देंगे।

जयविलास पैलेस में लगेगी कला प्रदर्शनी

समारोह के दौरान 22 व 23 दिसम्बर को दोपहर 2 से 8 बजे तक जयविलास पैलेस परिसर में कला प्रदर्शनी लगाई जायेगी। तानसेन समारोह स्थल पर 24 से 27 दिसम्बर तक ललित कला प्रदर्शनी भी लगेगी।

अलंकरण समारोह 24 दिसम्बर को

तानसेन समारोह का औपचारिक शुभारंभ 24 दिसंबर को अलंकरण समारोह के साथ होगा। इस दिन सुबह सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर शहनाई वादन, ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा एवं मीलाद वाचन से समारोह का पारंपरिक शुभारंभ होगा। सायं 7 बजे अलंकरण समारोह में गणपति भट्ट हासणगि धारवाड़ को वर्ष 2022 के तानसेन अलंकरण से विभूषित किया जाएगा। इसके बाद सांगीतिक सभाओं की शुरूआत होगी। इस बार ग्वालियर दुर्ग पर स्थित राजा मान सिंह तोमर द्वारा बनवाए गए विश्व प्रसिद्ध मानमंदिर महल की थीम पर बने मंच पर बैठकर ब्रह्मनाद के शीर्षस्थ साधक सुर सम्राट तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करेंगे।