संभालें अपना दिल: सागर, रीवा व जबलपुर जैसे शहरों और गांवों में तेजी से बढ़ रहा हार्ट अटैक

संभालें अपना दिल: सागर, रीवा व जबलपुर जैसे शहरों और गांवों में तेजी से बढ़ रहा हार्ट अटैक

भोपाल। हृदय रोग का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि शहरों के मुकाबले छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में दिल की समस्या 60 फीसदी ज्यादा सामने आ रही है। इसका खुलासा हाल ही में जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज 108 एंबुलेंस द्वारा पिछले 11 महीने (जनवरी से नबंबर 2023) की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस अवधि में मध्यप्रदेश में 44,258 हार्ट अटैक और सीने में दर्द के मामलों मेें लोगों ने 108 की सेवाएं लीं। इसके अनुसार, इंदौर, भोपाल सहित प्रदेश के बड़े शहरों में हार्ट अटैक के मामले छोटे शहरों के मुकाबले बेहद कम हैं। इंदौर में 638 मामले, तो सागर में सबसे अधिक 4,112 मामले दर्ज किएगए। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन जिले में इस दौरान 6,839 मामले रिपोर्ट हुए। वहीं, सागर, रीवा, भिंड, दमोह और शिवपुरी जिले में 11,569 मामले सामने आए, जो बड़े शहरों से 59.45 फीसदी अधिक हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हृदय रोग से संबंधी बीमारियां बढ़ने की प्रमुख वजह धूम्रपान के साथ बेहतर चिकित्सकीय सुविधाओं का उपलब्ध नहीं होना भी है।

आंकड़े इसलिए भी नहीं घट रहे:

2016 में आई विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में 42 फीसदी डॉक्टर्स के पास मेडिकल डिग्री नहीं होती है, जबकि गांवों में यही आंकड़ा 81 फीसदी है। यानी ग्रामीण क्षेत्रों में महज 19 फीसदी डॉक्टरों के पास ही मेडिकल की डिग्री होती है। नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के आंकड़ों के मुताबिक, गांव में 8 फीसदी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिना डॉक्टर के चल रहे हैं। 61 फीसदी केंद्रों में मात्र एक डॉक्टर हैं।

एक्सपर्ट का कहना

ग्रामीण क्षेत्रों में हार्ट अटैक बढ़ने के कई कारण हैं, लेकिन धूम्रपान की अधिकता और जागरुकता की कमी सबसे अहम है। बड़े शहरों में चिकित्सकीय सुविधाएं मिल जाती हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं। इसलिए वे 108 एंबुलेंस को कॉल करते हैं। इसके अलावा बिगड़ता खानपान, लापरवाही और टोने-टोटके भी अहम वजह हो सकते हैं। - डॉ. आरएस मीणा, हृदय रोग विशेषज्ञ, जीएमसी 

डॉक्टरों के अनुसार, हार्ट अटैक के ये बड़े कारण

  1.  खराब लाइफस्टाइल: हेल्दी डाइट और घर के खाने की बजाय फास्ट फूड और बाहर का खाना रेगुलर तौर पर खाना।
  2.  स्ट्रेस लेना: हार्ट का सबसे बड़ा दुश्मन स्ट्रेस है। ये कई तरह से होता है, जैसे फाइनेंशियल, फैमिली प्रेशरटेंश न, कॅरियर, जॉब का लोड।
  3.  नींद पूरी न लेना: हेल्दी रहने के लिए 6-8 घंटे की नींद बहुत जरूरी है। रात में देर तक मोबाइल चलाना इसकी सबसे बड़ी वजह है।
  4.  जेनेटिक: फैमिली में अगर किसी व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हुई या कोई हार्ट पेशेंट है, तो उन्हें ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।
  5.  ओवर एक्सरसाइज करना: बीते कुछ मामलों में जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने वाले भी हार्ट अटैक का शिकार हुए हैं। 55555 इन बातों का रखें खयाल 
  6.  बीपी: ब्लड प्रेशर उम्र के साथ 120/80 से 150/90 के बीच हो।
  7.  हार्ट रेट: 55 से 90 हार्ट बीट प्रति मिनट होनी चाहिए।
  8.  कोलेस्ट्रॉल: बैड कोलेस्ट्रॉल 100 मिग्रा/डीएल से कम, गुड कोलेस्ट्रॉल 60 मिग्रा/डीएल से ज्यादा हो।
  9.  शुगर: फास्टिंग ब्लड शुगर 126 मिग्रा/डीएल से ज्यादा और पोस्ट मील 160 मिग्रा/डीएल से ज्यादा खतरनाक है।

(आंकड़े इंडियन हार्ट एसो. के अनुसार)

छोटे शहरों का हाल

सागर          4,112

रीवा            2,515

भिंड           1,846

दमोह         1,582

शिवपुरी      1,514

बड़े शहरों की स्थिति

जबलपुर      2,128

ग्वालियर     1,726

भोपाल       1,546

उज्जैन        801

इंदौर          638

(108 एंबुलेंस की हालिया जारी रिपोर्ट के अनुसार)