भीमबैठका के शैलचित्रों के छायाचित्र एग्जीबिशन में किए प्रदर्शित

भीमबैठका के शैलचित्रों के छायाचित्र एग्जीबिशन में किए प्रदर्शित

जीपी बिड़ला संग्रहालय में विश्व धरोहर सप्ताह के तहत भीमबैठका के शैलचित्रों के छायाचित्र की एग्जीबिशन का रविवार को शुभारंभ हुआ। यह प्रदर्शनी 25 नवंबर तक चलेगी, जिसे दर्शक सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक देख सकेंगे। यह छायाचित्र प्रदर्शनी पुरातत्व विभाग से रिटायर्ड हुए अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. नारायण व्यास और बिड़ला संग्रहालय के सलाहकार बीके लोखंडे द्वारा आयोजित की गई हैं। इस प्रदर्शनी में भीमबैठका और शहर के आसपास की गुफाओं में आदि मानव द्वारा बनाए गए शैलचित्रों के छायाचित्र प्रदर्शित किए गए हैं। प्रदर्शनी में कठोतिया के शैलचित्र, सांची के शैलचित्र में नृत्य दृश्य, भीमबैठका का शंख लिपि चित्र समेत राष्ट्रीय एवं अन्य धरोहरों के डाकटिकटों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है। रॉक पेंटिंग की स्टडी के दिए जा रहे टिप्स : डॉ. नारायण व्यास रॉक पेंटिंग की स्टडी करने वाले स्टूडेंट्स को प्रदर्शनी के दौरान इसके टिप्स भी दे रहे हैं। डॉ. व्यास ने बताया कि विश्व धरोहर में शामिल भीमबैठका से नर्मदापुरम मार्ग पर 45 किलोमीटर के दायरे में जो गुफाएं हैं, उनमें आदि मानव द्वारा बनाए गए शैलचित्र देखने को मिलते हैं। पुरातत्व में रूचि रखने वाले स्टूडेंट्स को वह इन शैलचित्रों और आदिमानव के औजारों के बारे में बताते हैं, ताकि स्टूडेंट्स इनके बारे में अधिक से अधिक जान सकें।