प्रवीण पाठक और नीटू सिकरवार कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार, दोनों हैं पूर्व विधायक

प्रवीण पाठक और नीटू सिकरवार कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार, दोनों हैं पूर्व विधायक

ग्वालियर। ग्वालियर और मुरैना संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस किसे प्रत्याशी बनाएगी, इसका फैसला 19 मार्च को केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद नाम घोषित होने की संभावना है। इन दोनों सीटों से पूर्व विधायक प्रवीण पाठक ग्वालियर और पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार (नीटू) का नाम संभावित उम्मीदवार के रूप में लिया जा रहा है। हालांकि ग्वालियर से पूर्व सांसद रामसेवक सिंह गुर्जर और मुरैना से विधायक पंकज उपाध्याय का नाम भी चर्चा में है। कांग्रेस ग्वालियर और मुरैना से ब्राह्मण और ठाकुर जाति के दावेदार को तरजीह देने पर विचार कर रही है। दोनों नाम के अलावा ग्वालियर से पूर्व सांसद रामसेवक सिंह गुर्जर और मुरैना से जौरा विधायक पंकज उपाध्याय का नाम लिया जा रहा है। 19 मार्च को कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में अंचल के शेष बचे नामों को हरी झंडी दी जा सकती है।

प्रवीण पाठक: ब्राह्मण समुदाय से प्रवीण पाठक का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। वे वर्ष 2018 में ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस से विधायक चुने गए थे। हालांकि 2023 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस में यह नाम ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से प्रमुखता के साथ लिया जा रहा है। प्रवीण पाठक के नाम को इसलिए भी हरी झंडी मिल सकती है क्योंकि वे अभी उड़ीसा में न्याय प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हालांकि वे अपने नेटवर्क के जरिए मतदाताओं का मिजाज भी भांप रहे हैं।

प्लस पाइंट

  • ब्राह्मण समुदाय से होने के कारण प्रवीण पाठक के नाम को कांग्रेस नेतृत्व प्रमुखता से ले रहा है। 
  • ग्वालियर जिले की आठों विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण समुदाय की संख्या अच्छी- खासी होने का भी लाभ मिलेगा। इसके अलावा सवर्ण समुदाय के वोटर भी प्रवीण के पक्ष में खड़े दिखाई देंगे।
  • संसदीय क्षेत्र के आठ विधानसभाओं में चार सीट कांग्रेस के खाते में होने से कांग्रेस को लाभ मिलेगा। 
  • प्रवीण का युवा और मिलनसार होना, उन्हें कांग्रेस नेतृत्व पसंद कर रहा है। उच्च शिक्षित होना भी उनके पक्ष में प्लस पाइंट है।

नीटू सिकरवार: सत्यपाल सिंह सिकरवार उर्फ नीटू का नाम मुरैना संसदीय क्षेत्र से प्रमुखता के साथ लिया जा रहा है। सुमावली से वर्ष 2013 में भाजपा से विधायक रहे सत्यपाल 2024 के लोकसभा चुनाव में उनका नाम कांग्रेस से संभावितों में प्रमुखता के साथ लिया जा रहा है। खास बात यह है कि वर्ष 2010 में वे जिला पंचायत अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके अलावा जीविवि के कार्यपरिषद सदस्य भी रहे हैं।

प्लस पाइंट

  • सत्यपाल सिकरवार के पक्ष में प्लस पाइंट है कि जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए उनका संपूर्ण जिले में नेटवर्क है। पंचायत में पूर्व सरपंच और पंचायत सचिव, ग्राम सहायक तक अच्छी पकड़ है। युवा होना भी उनके पक्ष में जा रहा है। 
  • नीटू के पिता सुमावली से पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार पिछले 40 वर्ष से भाजपा में सक्रिय रहे हैं। उनकी सक्रियता और कार्यकर्ताओं से संबंध भी नीटू के पक्ष में जाएगा। 
  • बड़े भाई सतीश सिकरवार ग्वालियर पूर्व से दूसरी बार विधायक रहे हैं। भाभी शोभा सिकरवार नगर निगम के चुनाव में 57 साल बाद भाजपा को हराकर महापौर हैं।